Friday, September 26, 2014

प्रतिशत निकालेंगे तो अभी तो आरक्षण-'ब्याज' भी पूरा नही हुआ है.


एक बार एक मित्र कहती है की आरक्षण अब खत्म हो ही जाना चाहिए, मेने कहा कौन से वाला आरक्षण तो कहने लगी की क्या मतलब जो पिछडो और दलितों को मिल रहा है.
मेने कहा की आप एक प्रश्न का जवाब दीजिए की मनु नाम के व्यक्ति ने ब्रह्मा का सहारा लेकर 'ब्राह्मण, छत्रिय, वैश्य' को उच्च स्तिथि दे दी. अब इस 'उच्च स्तिथि' का आप समानार्थी शब्द बताए. तो उनका उत्तर यह ही था की इसका समानार्थी शब्द की इन्हा पर क्या जरूरत है. मेने कहा की जरूरत है तभी तो पूछ रहा हूँ. अब वो नही बता सकी.
तो मेने उसे यह ही कहा की जिस 'उच्च स्तिथि' का वर्णन धर्म ग्रंथो में किया गया है उनका समानार्थी शब्द मेरी नजर में 'आरक्षण' ही है. आप समाज में 'ब्राह्मणों, छत्रिय, वेश्यो के लिए मुंह, हाथ, पैर से पैदा होने वाली कहानी बना कर उन्हें 'उच्च स्तिथि' दे देते है फिर इस कहानी को धर्म के आधार पर प्रचार करते है जिसके कारण समाज में विभिन्नता पैदा हो जाती है. आपके हजारो सालो के उच्च स्तिथि अथार्थ 'आरक्षण' को खत्म करने पर आप चर्चा नही करते है लेकिन इस हजारो सालो के कारण शोषित समाज को केवल ६० सालो से मिल रहा 'आरक्षण' से आप दुखी हो गये है.
'हजारो सालो के आपके आरक्षण के विरुद्ध अभी तक शोषित समाज के लिए लागू आरक्षण को अभी तो ६४ साल ही हुए है प्रतिशत निकालेंगे तो अभी तो 'ब्याज' भी पूरा नही हुआ है. और आप मूलधन दिए बिना ही हिसाब बराबर हुआ समझ रहे है. लगता है की गणित में कमजोर है. अगर इतना ही हिसाब बराबर करने की जल्दी है तो उन सभी किताबो को आग लगा दो जिनमे तीन वर्गो को 'उच्च स्तिथि' वाला आरक्षण दिया है, 'बाबास साहब' ने तो काफी पहले ही मनु स्मृति में आग लगा कर बराबरी के लिए आपको आमन्त्रण दिया था आप ही नही हिस्सा लेने आये तो हम क्या करे.-----copy pasted from wall of Ramchandra..
----------------------------
उक्त लेख पर टिप्पणियां :

  • Chanda Lal Chakwala 3% जनसंख्या वाले लोगो के अघोषित आरक्षण पर एक नजर डालिए और 6000 जातियों को सविधान में दिए गये आरक्षण से तुलना कीजिये ? अपनी असली भागीदारी लेने के लिए जागो बहुजनो ..?
    "३.५% ब्राम्हणों के हाथ में व्यवस्था,
    और जनता के हात में दिया घंटा. "
    ---------------------
    भारत लोकसभा में ब्राह्मण : 48 %
    भारत राज्यसभा में ब्राह्मण : 36 %
    भारत में ब्राह्मण राज्यपाल : 50 %
    भारत में ब्राह्मण कैबिनेट सचिव : 33 %
    भारत में मंत्री सचिव में ब्राह्मण : 54%
    भारत में अतिरिक्त सचिव ब्राह्मण : 62%
    भारत में पर्सनल सचिव ब्राह्मण : 70%
    यूनिवर्सिटी में ब्राह्मण वाईस चांसलर : 51%
    सुप्रीम कोर्ट में ब्राह्मण जज: 56%
    हाई कोर्ट में ब्राह्मण जज : 40 %
    भारतीय राजदूत ब्राह्मण : 41%
    पब्लिक अंडरटेकिंग ब्राह्मण :
    केंद्रीय : 57%
    राज्य : 82 %
    बैंक में ब्राह्मण : 57 %
    एयरलाइन्स में ब्राह्मण : 61%
    IAS ब्राह्मण : 72%
    IPS ब्राह्मण : 61%
    टीवी कलाकार एव बॉलीवुड : 83%
    CBI Custom ब्राह्मण : 72%
    भारत में सिर्फ ब्राम्हण आजाद हैं,
    बाकी सब उनके गुलाम हैं.
  • Sugriv Meena Tatu आरक्षण समाप्त करने को प्रदर्शन
    मीरजापुर : इंडियन सवर्ण समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। मांग किया कि आरक्षण व्यवस्था व एससीएसटी एक्ट को समाप्त किया जाय।
    वक्ताओं ने कहा कि भारत इतनी आरक्षण की व्यवस्था किसी देश में नहीं है। भारत सरकार ने बीपीएल श्रेणी का जो पैमाना तय किया है वह चिंताजनक है। बीपीएल की आय सीमा पहले एक लाख रुपये थी जो अब नौ लाख कर दी गई। सीटों का आरक्षण करके उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है जो अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा। किसी भी जगह हिस्सेदारी जातिधर्म के आधार पर नहीं योग्यता के आधार पर मिलनी चाहिए।
    प्रदेश महासचिव कमलेश त्रिपाठी, अनुराग शुक्ला, लक्ष्मण पांडेय, सौरभ श्रीवास्तव, अमन पांडेय, सौरभ मिश्रा, कैलाश पांडेय आदि ने विचार व्यक्त किया।
    इनसेट..
    क्या रहीं मांगें
    प्रदर्शन के बाद इंससपा नेताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल व राष्ट्रपति को पांच सूत्रीय ज्ञापन भेजा। इसमें हर स्तर पर आरक्षण समाप्त करने, मंडल कमीशन के विरोध में जाने देने वाले 386 जवानों का शहीद का दर्जा देने व उनके परिजनों को बीस लाख रुपये मुआवजा देने, इस दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लेने, सवर्ण आयोग गठित करने तथा सबसे ज्यादा उत्पीड़न करने वाली एससीएसटी की धारा को समाप्त करने की मांग की गई है।
    ----------------------
    26-09-2014 ----------भाई राजेश जी 
    नमस्कार।

    मुझे आपकी एक पोस्ट पढ़ने को मिली है।

    जिसकी पहली पंक्ति
    "एक बार एक मित्र कहती है की आरक्षण अब खत्म हो ही जाना चाहिए,"
    है। 

    यद्यपि इसके अंत में लिखा है कि आपने इसे कहीं से कॉपी किया है। 
    मगर इस पोस्ट को डालकर आपने समाज को एक सही सन्देश देने का साहस जुटाया है। 
    इसके लिए मैं "हक रक्षक दल" की और से तथा निजी तौर पर आपका आभार व्यक्त करता हूँ।
    धनयवाद भाई। 
    आपका शुभेच्छु। 

    डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 
    प्रमुख-हक रक्षक दल
    098750-6611
    =============================